Poems
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Dhanyawad

धन्यवाद (x८) प्रभु तू है महानपापों से दिलाया मुक्तिहल्लिलूय्याह प्रभु तू है महानपापों से दिला मुक्ति (x२) धन्यवाद (x८) पिता की दाहिनी ओरहै तू विराजमानहल्लिलूय्याह …