है तू कहाँ, मेरे नबी?
सूनी पड़ी है तेरी नगरी
छोड़दे खुदगरज़ी
करदे एलान
ख़ुदा की मर्ज़ी
वचनों का पड़ा है अकाल
खोल ज़बाँ, कर प्रगट
परमेश्वर का काल
कब लौटेगा तू, मेरे नबी?
तेरे सबकुछ ने
तुझे है फिर पुकारा
आ गया है नया सवेरा
याद कर वह घड़ी
तेरी बुलाहट की
कब सुनाएगी तेरी जीभ
परमेश्वर की वाणी?
उठा क़लाम
कर भविष्यवाणी
बतलादे ख़ुदा की
प्रेम कहानी
कर रहा है पीछा
परमेश्वर का शब्द
है तू क्यों निःशब्द?
आ गए हैं अंत के दिन
करना है प्रचार रात-दिन
जाग जा तू, मेरे नबी
उद्धार के दिन हैं अभी